अगर बिना बात घर में कलह क्लेश हो

कुछ परिवारों में सब कुछ होते हुए भी छोटी छोटी बातो पर घर में क्लेश होने लगता है. कहा जाता है कि रिश्तो की डोर बहुत ही नाजुक होती है, फिर चाहते वह पति पत्नी की हो, सास बहु की हो, पिता पुत्र की हो, या फिर भाई भाई की हो. एक घर में सब एक साथ रहते है तो कभी कभी किसी न किसी बात पर इनमे से किन्ही का आपस में टकराव हो जाता है. अगर बात सिर्फ नोक झोक तक ही हो तो ठीक है, लेकिन अगर बात गृह क्लेश का रूप लेने लगे तो इससे घर का वतावरण तनावपूर्ण हो जाता है. जिससे आपके परिवार के हर सदस्य का जीवन कष्टपूर्ण हो जाता है तो इसिलिये आपको अपने घर में क्लेश से बचना चाहिए

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